लेखनी प्रतियोगिता - तुम..
तुम...
धीरे से तुम,
शामिल हो गए मेरे जीवन में,
खिलखिलाते हुए तुम,
मुस्कुराहटें बसा गए मेरे जीवन में,
अब तुमसे चमकता है,
मेरे जीवन का सूरज,
उजली हुई किरणों से,
इसे चमका गए हो तुम,
तुम आए, तो भर गया दामन मेरा,
अनगिनत खुशियों से,,
हर तरफ महकती खूबसूरती,
बिखेर गए हो तुम,
अब ना कुछ अधूरा ही रहा,
मेरे इस सफर में,
इसकी पहली और आखिरी मंजिल
बन गए हो तुम।।
प्रियंका वर्मा
23/9/22
Priyanka Verma
24-Sep-2022 08:21 AM
बहुत बहुत धन्यवाद आपका 🙏😊💐😊😊💐💐💐💐
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
24-Sep-2022 08:11 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
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Abhinav ji
24-Sep-2022 07:50 AM
Nice👍
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